Foreign Exchange Reserves: भारत के पास दुनिया का चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार, जानिए क्या है इसके मायने
Foreign Exchange Reserves: भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा चौथा विदेशी भुद्रा भंडार है. इस बात की जानकारी वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में दी.
Foreign Exchange Reserves: भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा चौथा विदेशी भुद्रा भंडार है. इस बात की जानकारी वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में दी. वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि 19 नवंबर 2021 की स्थिति के अनुसार भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 640.4 अरब डॉलर है. इसके अलावा एक और सवाल के जवाब में पंकज चौधरी ने कहा कि पिछले 7 सालों में एक्साइज ड्यूटी (सेस भी शामिल) के तहत 16.7 लाख करोड़ रुपए इकट्ठा हुए हैं.
रिजर्व बैंक ने दी जानकारी
पीटीआई की खबर के मुताबिक, रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार 19 नवंबर को समाप्त पिछले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 28.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 640.40 अरब डॉलर रुपए हो गया था. बता दें कि 3 सितंबर 2021 को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार 642 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. आइए जानते हैं विदेशी मुद्रा भंडार के क्या फायदे होते हैं.
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रुपए को मिलती है मजबूती
रिजर्व बैंक के लिए विदेशी मुद्रा भंडार काफी अहम होता है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) जब मॉनिटरी पॉलिसी तय करता है तो उसके लिए ये काफी अहम फैक्टर होता है कि देश के पास कितना विदेशी मुद्रा भंडार है. RBI के पास विदेशी मुद्रा या फिर डॉलर भरा होता है तो अपनी करेंसी को मजबूती मिलती है.
आयात के लिए डॉलर रिजर्व जरूरी
भारत बड़े पैमाने पर आयात करता है. जब विदेश से कोई सामान खरीदते हैं तो भुगतान डॉलर में करते हैं. ऐसे में इंपोर्ट के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का होना बहुत जरूरी है.
FDI में तेजी के संकेत मिलते हैं
अगर विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ रहा है तो समझ लीजिए कि देश में FDI भी बड़े पैमाने पर बढ़ रहा है. अर्थव्यवस्था के लिए विदेशी निवेश बहुत अहम है. अगर कोई विदेशी निवेशक भारत में पैसा रिजर्व कर रहा है तो इसका मतलब यह है कि निवेशक को भारतीय इकोनॉमी पर भरोसा है.
11:47 AM IST